वर्ष की सारी ऋतुओ में से वर्षा ऋतू सबसे सुहावनी होती है. क्योकि इस ऋतु में खूब बारिश होती है जिसकी वजह से मौसम में चार चाँद लग जाते है. यह ऋतु बच्चे व बड़े सबको भाति है. इस लौसम में चारो तरफ हरियाली हो जाती है जो मन को लुभाती है, ठंडी-ठंडी हवाए चलती है जो गर्मी से राहत प्रदान करती है. लोग बारिश में नहाकर उसका आनंद लेते है तो कई लोग इस मौसम में घूमकर. यह मौसम इतना प्यारा होता है की इसमें लोग गुनगुना, और गाने सुनना भी पसंद करते है. इस प्रकार, स्कूलों में भी बच्चो को शिक्षको द्वारा बारिश पर कविताये लिखने को दी जाती है. इसलिए हम आपके के लिए यह पोस्ट “5 Best Poem on Rain in Hindi” (5 बारिश पर कविता हिंदी में) लेकर आये है जो छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है. इस पोस्ट में बहुत ही अच्छे लेखकों द्वारा लिखी कविताओं का संग्रह है। यह पोस्ट सभी कक्षा और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए वर्षा ऋतु पर कविता लिखने में सहायक होंगी.

 “5 Best Poem on Rain in Hindi” (5 बारिश पर कविता हिंदी में)

1.Rain Poem:- Barish (Rain) ka Mausam Aaya Poem in Hindi

बारिश का मौसम है आया ।

हम बच्चों के मन को भाया ।।

 

‘छु’ हो गई गरमी सारी ।

मारें हम मिलकर किलकारी ।।

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काग़ज़ की हम नाव चलाएँ ।

छप-छप नाचें और नचाएँ ।।

 

मज़ा आ गया तगड़ा भारी ।

आँखों में आ गई खुमारी ।।

 

गरम पकौड़ी मिलकर खाएँ ।

चना चबीना खूब चबाएँ ।।

 

गरम चाय की चुस्की प्यारी ।

मिट गई मन की ख़ुश्की सारी ।।

 

बारिश का हम लुत्फ़ उठाएँ ।

सब मिलकर बच्चे बन जाएँ ।।

– दीनदयाल शर्मा

2.Rain Poem Varsha Bhaar sabke man ko lubha rhi hai

वर्षा बहार सबके मन को लुभा रही है ।

उमड़-घुमड़ कर काले बदरा छा रहे है ।।

 

चपला भी चमक कर रोशनी बिखेर रहे है ।

गुड़-गुड़ कर के बादल भी गरज रहे है ।।

 

ठंडी-ठंडी हवा चल रही मन को भा रही है ।

बागों में लताओं पर फूल खिल रहे है ।।

 

मदमस्त मोर पीहू पीहू करके नाच रहा है ।

कोयल भी मस्त राग सुना रही है ।।

 

मेंढक भी प्यारे संगीत गा रहे है ।

बाज भी बादलों के ऊपर उड़ान भरकर इतरा रहा है ।।

 

कल कल करती नदियां, इठलाती हुई बह रही है ।

मानो कोई नया संगीत सुना रही है ।।

 

बागों में फूल खिल रहे, सुगंध मन को भा रही है ।

सावन में झूले पर झूल रही है बिटिया ।।

 

वर्षा बहार भू पर जीवन की ज्योति जला रही है ।

वर्षा बहार सबके मन को लुभा रही है ।।

– नरेंद्र वर्मा

 

3.Rain Poem;-Aayi Re Aayi Varsha Ritu Aayi

आयी रे आयी वर्षा ऋतु आयी ।

अपने साथ काले काले मेघा लायी ।।

 

जोर जोर से गरज उठे काले मेघा ।

फिर कही बारिश की बौछारे आयी ।।

 

जोर जोर से उमड़ घुमड़ कर बरसे बदरा ।

सूखे खेतो में फसले लहराई ।।

 

धरती पुत्र किसानो की आँखे चमक उठी ।

घर घर में खुशियाँ आयी ।।

 

हाहाकार मचा रही गर्मी को धुल चटाई ।

आयी रे आयी वर्षा ऋतु आयी ।।

 

नवजीवन की नई जोत जलाई ।

पर्वत भी झूम उठा झरने भी झूम उठे ।।

 

खुले मैदानो फिर नदियाँ कल-कल कर बहने लगी ।

धरती माँ ने भी हरियाली की चुनरी ओढ ली ।।

 

आयी रे आयी वर्षा ऋतु आयी ।।

 

– नरेंद्र वर्मा

 

4.Rain Poem:-Rimjhim – Rimjhim Barish Aayi

रिमझिम रिमझिम बारिश आई,

काली घटा फिर है छाई ।।

 

सड़कों पर बह उठा पानी,

कागज़ की है नाव चलानी ।।

 

नुन्नू-मुन्नू-चुन्नू आए,

रंग-बिरंगे छाते लाए ।।

 

कहीं छप-छप, कहीं टप-टप,

लगती कितनी अच्छी गपशप ।।

 

रिमझिम बारिश की फौहारें,

मन को भातीं खूब बौछारें ।।

 

बारिश की यह मस्ती है,

हो चाहे कल छुट्टी है ।।

 

– अमृता गोस्वामी

 

5.Rain Poem:-Varsha Aayi Bhaar Aayi

वर्षा आई बहार आयी,

प्रकृति ने अपनी कृपा बरसाई ।

पेड़ पौधों में हरे भरे रंगों में रंग कर अपनी खुशी दर्शाई ।।

 

वर्षा आई बहार आयी,

किसानों के लिए लहराती फसल का संकेत लाई ।

प्रेमियों के मन में प्रेम की ज्योत जलाई ।।

 

वर्षा आई बहार आयी,

मन आनंद से झूम उठा ।

वह प्रफुल्लित हो कर खुशियों से फूल उठा ।।

 

वर्षा आई बहार आयी,

जीवन का सारा दुख दर्द ना जाने कहां गुम हो गया ।

वर्षा आई बहार आयी ।।

– विष्णु

मैने आपके साथ “5 Best Poem on Rain in Hindi” (5 बारिश पर कविता हिंदी में) साझा की है. आपको यह पोस्ट कैसी लगी। कृपया हमे कमेंट करके जरूर बताये।