एक चतुर लोमड़ी- A Clever Fox

a clever fox hindi storyएक जंगल में चार बैलं रहते थे| उनमे गहरी मित्रता थी| वे चारो हमेसा साथ -साथ ही रहते थे| साथ-साथ चरने जाते. चारो में इतनी एकता थी की दुख–सुख मिलकर सहते थे| कभी कोई जंगली जानवर उन पर हमला करता, तो वे चारो मिलकर उसका सामना करते और उसे मारकर भगा देते| इसी कारण पूरे जंगल में उनका दबदबा था| चीते और बाघ जैसे जानवरों की, जो किसी भी प्रकार उनका लजीज और पुष्ट मांस खाने के अभिलाषी थे, भी इन चारो से भिड़ने की हिम्मत न होती| सियार और लोमड़ी जसे जानवर अलग राल टपकाते थे| मंथरा लोमड़ी तो हमेसा शेर को भड़काती रहती थी|मगर उन चारो का बल और एकता देखकर शेर की भी हिम्मत नहीं होती थी|

एक बार लोमड़ी ने अपने खुराफाती दिमाग से उन चारो बैलों में अनबन करवा दी| वे एक– दुसरे से नाराज हो गए| उस दिन से वे अलग- अलग रहने लगे वे अलग रास्ते से जंगल में चरने जाते|

लोमड़ी ने जाकर तुरन्त शेर को अपने इस कामयाबी की सुचना दी| वह स्वयं तो किसी बैल का शिकार कर नहीं सकती थी, मगर उसे पता थे की यदि शेर शिकार  करेगा तो उसे भी थोडा मास खाने को मिलेगा| शेर तो बहुत दिनों से इस ताक में बैठा था| उसने एक – एक कर सभी बैलों को मार डाला और उन्हें खा गया| लोमड़ी ने भी कई दिनों तक खूब छककरमांस खाया|