मेरी फितरत में नहीं अपना गम बयां करना ,अगर तेरे वजूद का हिस्सा हूँ तो महसूस कर तकलीफ मेरी..
बादशाह हो या मालिक सलामी हम नही करते🙋🙋😉😉… पैसे हो या कोई राजकुमारी गुलामी हम नही करते..
पिछले बरस था खौफ की तुझको खो ना दूँ कही,अब के बरस ये दुआ है की तेरा सामना ना हो
उन्होंने तो हमें धक्का दिया था डुबाने के इरादे से… अंजाम ये निकला हम तैराक बन गए।
तुझ से नहीं तेरे वक़्त से नाराज हूँ … जो कभी तुझे मेरे लिए नहीं मिला
हम दुश्मनों को भी बड़ी शानदार सज़ा देते हैं… हाथ नहीं उठाते बस नज़रों से गिरा देते हैं…
जैसा भी हूं अच्छा या बुरा अपने लिये हूं,मै खुद को नही देखता औरो की नजर से..!!
क्या प्यार और क्या है यार….प्यार का साथ छुटने के बाद जो अपना बना ले, वही तो है यार
मैं क्यूँ कुछ सोच कर दिल छोटा करूँ…वो उतनी ही कर सकी वफ़ा जितनी उसकी औकात थी…
आस्तिक भी हूँ नास्तिक भी , पर जो भी हूँ वास्तविक हूँ।
अगर जींदगी मे कुछ पाना हो तो तरीके बदलो, ईरादे नही..
उस मोड़ से शुरू करनी है फिर से जिंदगी, जहाँ सारा शहर अपना था और तुम अजनबी…
ये तो हम है 👦जो अपना प्यार निभा रहे है,जिस दिन छोड़कर चले 🏃 जायेंगे औकात 😏 पता चल जाएगी तुझे खुद की 👩😏
हम👦 में अकड़💀 है , गुरूर💋 है फिर☝🏻 भी रेहमत 😍देखो👀 रब की… हमे👦🏻 चाहने❤ के लिए ➡सब👩👦 मजबूर 🙇है