अशोक गहलोत भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनेता और वर्तमान में राजस्थान के मुख्यमंत्री है. इससे पहले वह 1998 से 2003 तक और फिर 2008 से 2013 तक राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वह अपने कॉलेज के दौरान ही राजनीती में शामिल हो गए थे। वर्ष 1973 से 1979 तक वह कांग्रेस पार्टी, एनएसयूआई के युवा विंग के अध्यक्ष भी रहे हैं। 15 वीं राजस्थान विधानसभा मे निर्वाचित होने के बाद वह मुख्यमंत्री बने। वह तीन बार केन्द्रीय मंत्री बने। उन्होंने इन्दिरा गांधी, राजीव गांधी तथा पी.वी.नरसिम्हा राव के मंत्रिमण्डल में केन्द्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने अपने राजनीती कार्यभार के अलावा कई सामाजिक कार्य भी पूर्ण किये है. 1971 में, उन्होंने बंग्लादेश युद्ध के दौरान आयोजित शरणार्थी शिविरों में काम किया। वह राजीव गांधी स्टडी सर्किल, नई दिल्ली के भी अध्यक्ष हैं। यह संस्था देशभर के विश्वविद्यालय/महाविद्यालय के छात्रों एवं शिक्षकों के हितों की देखभाल करती है।
अशोक गहलोत का परिवार:-
अशोक गहलोत का जन्म 3 मई 1951, जोधपुर राजस्थान में हुआ था. उनके पिता का नाम बाबू लक्ष्मण सिंह गहलोत था. उनकी माता गृहणी थी. अशोक गहलोत के दो भाई है. जिनका नाम कँवर सेन गहलोत (2018 में उनकी मृत्यु हो गयी) और अग्रसेन गहलोत है. उनके एक बहन है. अशोक ने अपनी शुरूआती पढाई जोधपुर, राजस्थान से पूर्ण की. उसके बाद, उन्होंने जोधपुर यूनिवर्सिटी से विज्ञान में स्नातक किया. कालेज की पढाई पूरी करने के बाद, उन्होंने लॉ में स्नातक और अर्थशास्त्र में परास्नातक किया.
अशोक गहलोत की पत्नी:-
अगर बात करे अशोक गहलोत की शादी की तो उन्होंने सुनीता गहलोत से शादी की है. उनके एक बेटा वैभव गहलोत और एक बेटी सोनिया है.
अशोक गहलोत की जाति:-
अधिकतर लोगो को यह नही पता की अशोक गहलोत माली जाति से संबंध रखते हैं। इस जाति के लोग बागवानी करते है. अशोक गहलोत अपने नाम के आगे अपना गोत्र ‘गहलोत’ लगाते है. और बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि उनके पूर्वजों का पेशा जादूगरी था। गहलोत के पिता स्व. लक्ष्मण सिंह गहलोत जादूगर थे। अशोक गहलोत ने भी अपने पिता से जादू सीखा था और कुछ वक्त के लिए इस पेशे को अपनाया भी। लेकिन बाद में, वह राजनीती में शामिल हो गये.
अशोक गहलोत का राजनितिक सफ़र:-
वह अपने कॉलेज के दौरान ही राजनीति में सक्रिय हो गये थे. 1973 से 1979 में वह एनएसयूआई राजस्थान के अध्यक्ष रहे। 1980 में, वह पहली बार 7वी लोकसभा के लिए जोधपुर संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित हुए. उन्होंने जोधपुर संसदीय क्षेत्र का 8वीं लोकस, 10वीं लोकसभा , 11वीं लोकसभा तथा 12वीं लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया। फरवरी 1999 में, वह 11वीं राजस्थान विधानसभा के सदस्य बने। 2003 में, वह विधानसभा क्षेत्र से 12वीं राजस्थान विधानसभा के लिए पुन: निर्वाचित हुए. वह सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र से 13वीं, 14 वीं और 15 वीं राजस्थान विधानसभा मे निर्वाचित होने के बाद राजस्थान राज्य के मुख्यमंत्री बने। 1998 से 2003 तक, उनका कार्यकाल रहा. 2008 में, वह पुन: राजस्थान के मुख्यमंत्री के पद पर आये, उनका यह कार्यकाल 2013 तक रहे. 2019 में भी वह राजस्थान राज्य के मुख्यमंत्री के पद पर आसीन है.
- वर्ष 1979 में, उन्हें जोधपुर शहर से जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया।
- वर्ष 1980 में, वह जोधपुर संसदीय क्षेत्र से 7 वीं लोकसभा के लिए चुने गए और 8 वीं, 10 वीं, 11 वीं और 12 वीं लोकसभा में जोधपुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।
- वर्ष 1980 में, वह लोक लेखा समिति के सदस्य के रूप में चुने गए।
- वर्ष 1982 में, उन्हें राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया।
- वर्ष 1982 में, उन्हें केंद्रीय उप मंत्री, पर्यटन विभाग के रूप में नियुक्त किया गया।
- वर्ष 1983 में, उन्हें पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग के केंद्रीय उप मंत्री के रूप में चुना गया।
- वर्ष 1984 में, उन्हें खेल विभाग के लिए केंद्रीय उप मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।
- वर्ष 1985, 1994, 1997 में, वह राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे।
- वर्ष 1991 में, उन्हें संचार (लोकसभा) की परामर्श समिति के सदस्य के रूप में चुना गया।
- वर्ष 1991 में, वह रेलवे (10 वीं और 11 वीं लोकसभा) की स्थायी समिति के सदस्य बने।
- वर्ष 1999 में, उन्हें सरदारपुरा (जोधपुर) विधानसभा क्षेत्र के विधायक के रूप में चुना गया।
- वर्ष 2017 में, उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया।
अन्य कार्य:-
वह तीन बार केन्द्रीय मंत्री बने। उन्होंने इन्दिरा गांधी, राजीव गांधी तथा पी.वी.नरसिम्हा राव के मंत्रिमण्डल में केन्द्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया। 1989 की अल्प अवधि के बीच वह राजस्थान सरकार में गृह तथा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मंत्री रहे. 17 जुलाई 2004 से 18 फ़रवरी 2009 तक, उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के रूप में कार्य किया। वह तीन बार कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में उनका पहला कार्यकाल सितम्बर, 1985 से जून, 1989 की अवधि के बीच में रहा। 1982 में, वह राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (इन्दिरा) के महासचिव भी रहे। 1980 से 1982 के बीच , वह पब्लिक एकाउण्ट्स कमेटी (लोकसभा) के सदस्य रहे। वह संचार मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति (10वीं लोकसभा) के सदस्य भी रह चुके हैं। उन्होंने रेल मंत्रालय की स्थाई समिति (10वीं और 11वीं लोकसभा) के सदस्य के रूप में कार्य करने का मौका मिला। इसके अलावा, वह विदेश मंत्रालय से सम्बद्ध सलाहकार समिति (11वीं लोकसभा) के सदस्य के रूप में भी नियुक्त थे।
सामाजिक कार्य:-
वह हमेशा गरीबों और पिछड़े वर्ग की मदद करने के लिए तैयार रहते है. 1971 में, उन्होंने बंग्लादेश युद्ध के दौरान आयोजित शरणार्थी शिविरों में काम किया। उन्होंने नेहरू युवा केन्द्र के माध्यम से प्रौढ शिक्षा के विस्तार में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। वह भारत सेवा संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष भी हैं. यह संस्था एम्बूलेन्स सेवा प्रदान करती है, तथा यह संस्थान राजीव गांधी मेमोरियल बुक बैंक के माध्यम से गरीब छात्रों के लिए नि:शुल्क पुस्तकें उपलब्ध करवाती है। वह गांधी स्टडी सर्किल, नई दिल्ली के भी अध्यक्ष हैं। यह संस्था देशभर के विश्वविद्यालय/महाविद्यालय के छात्रों एवं शिक्षकों के हितों की देखभाल करती है।
अन्य जानकारी:-
नाम | अशोक गहलोत |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ |
राजनीतिक पार्टी | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
आयु | 68 वर्ष (2019 के अनुसार) |
ऊचाई | इंच में 5’7 |
भार | 75 कि.ग्रा. |
बालो का रंग | सलेटिया |
आँखों का रंग | हेज़ल हरी |
जन्मतिथि | 3 मई 1951 |
जन्मस्थान | महामंदिर, जोधपुर, राजस्थान |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू |
गृहनगर | महामंदिर, जोधपुर, राजस्थान |
स्कूल | ज्ञात नही |
विश्वविधालय | जोधपुर यूनिवर्सिटी, राजस्थान |
शिक्षा योग्यता | विज्ञान में स्नातक
लॉ में स्नातक अर्थशास्त्र में परास्नातक |
पिता का नाम | बाबु लक्ष्मण सिंह गहलोत |
माता का नाम | ज्ञात नही |
बहन का नाम | 1 (नाम ज्ञात नही) |
भाई का नाम | कँवर सेन गहलोत (मृत्यु-2018), अग्रसेन गहलोत |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पत्नी का नाम | सुनीता गहलोत |
बच्चे | बेटा – वैभव गहलोत
बेटी – सोनिया |
शौक | ज्ञात नही |
कुल आय | 6.5 करोड़ (2018 के अनुसार) |
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