Blind People - Akbar and Birbal Stories in Hindi

एक दिन बादशाह अकबर और बीरबल एक बगीचे में घूम रहे थे. तभी बादशाह बीरबल से कहते हैं – बीरबल, मैं तुमसे एक बात जानना चाहता हूं. हमारे राज्य में अंधे लोग ज्यादा है या वह जो देख सकते हैं?

बीरबल ने कहा – जी हुजूर अंधे लोग ज्यादा है इसमें कोई शक नहीं है.

बादशाह कहते हैं – यह तुम कैसे कह सकते हो? क्या तुम इसे सिद्ध कर सकते हो?

बीरबल कहते हैं – जी हां हुजुर, मैं कर सकता हूं.

अगले दिन बीरबल महल के सामने एक टूटी हुई खाट लेकर बैठ जातें है और उसे ठीक करने लगते हैं. सबसे पहले वहां पर बादशाह आते हैं और बीरबल से कहते हैं बीरबल तुम यह क्या कर रहे हो? तुम्हें तो इस वक्त महल में होना चाहिए. बीरबल उनकी बात का कोई जवाब नहीं देते और अपने सेवक को इशारा करते हैं. उनका सेवक कागज में कुछ लिख लेता है.

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इसी तरह वहां पर बहुत से लोग आते हैं जिनमें से कुछ पूछते कि “तुम क्या कर रहे हो” और कई पूछते हैं कि “तुम यह खाट क्यों ठीक कर रहे हो?”

अगले दिन जब बीरबल दरबार में पहुंचते हैं तो बादशाह उनसे पूछते हैं – तुम वह बात कब सिद्ध करोगे?

बीरबल कहते हैं – अभी लीजिए हुजुर.

बीरबल बादशाह को 2 सूचियाँ देते हैं. एक अंधे लोगों की और दूसरी जो देख सकते हैं.

पहली सूची में बादशाह देखते हैं कि बहुत सारे नाम है और दूसरी सूची में कुछ ही नाम थे. बादशाह कहते हैं – बीरबल यह क्या मजाक है?

बीरबल कहते हैं – यह मजाक नहीं है जहांपनाह, पहली सूची उन लोगों की है जिन्होंने मुझसे पूछा कि क्या कर रहे हो? इसका मतलब है वे अंधे थे और दूसरी सूची उन लोगों की है जिन्होंने मुझसे पूछा था कि यह खाट क्यों ठीक कर रहे हो?

तो जहापनाह अब आप ही बताइए कि हमारे राज्य में कौन से लोग ज्यादा है? बीरबल की बात सुनकर बादशाह भी कहते हैं अंधे लोगों की संख्या ज्यादा है.

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 Akbar Birbal Stories in Hindi