“वो गिलास ही क्या, जिसमेँ दारू छूट जाये और वो यारी ही क्या, जो छोरी के कारण टूट जायें. “
दावे दोस्ती के मुझे नहीं आते यारो,एक जान है जब दिल चाहें मांग लेना..
दिल मे एक शोर सा हो रहा है. बिन आप के दिल बोर हो रहा है. बहुत कम याद करते हो आप हमे. कही ऐसा तो नही की… ये दोस्ती का रिश्ता कमज़ोर हो रहा है..
“तेरी खामोशी ओर उदासी को हम समझ ना सके ऐ दोस्त. वो तो भाभी ने बताया कि आज तेरी बेलन से कुटाई हुई है। “
“लौट जाती है दुनिया गम हमारा देखकर जैसे लौट जाती है लहरें किनारा देखकर तू कंधा न देना मेरे जनाजे को ऐ दोस्त कही फिर जिंदा न हो जाऊ तेरा सहारा देखकर
हम शराब नही पीते लेकिन शराबी दोस्त रखते है, कयुंकी शराबी दोस्त अच्छे होतेे है, ग्लास जरूर तोड़ते हैं, लेकिन दिल नही.
“घड़ी की सुईयों जैसा रिश्ता है, हमारा दोस्तों कभी मिलते है.. कभी नहीं.. पर हाँ, जुड़े रहते हॆ।”
“कितने अनमोल है रिशते ईस Group की जानते नही किसी को फिर भी भाई का दर्जा देते हैं”
कुछ तो बात है तेरी फितरत में ऐ दोस्त; वरना तुझ को याद करने की खता हम बार-बार न करते!
“आपकी ज़िंदगी में कभी गम ना हो आपकी आँखें कभी आंसुओं से नम ना हो मिले आपको ज़िंदगी में सारी खुशियाँ भले ही उस ख़ुशी में हम ना हो।”