अपने गुस्से पर काबू करो

एक बार एक छोटा लड़का था जिसे बहुत जल्दी गुस्सा आ जाता था. उसके पिता ने उसे कीलों से भरा एक थैला दिया और लड़के से कहा जब भी तुम्हें गुस्सा आयें तो एक कील तुम्हें इस लकड़ी में ठोकनी होगी.

पहले दिन लड़के ने  उस लकड़ी में 31 कीलें ठोकी. वह लड़का धीरे-धीरे अपने गुस्से को काबू में करने लगा और जितनी कीलें वह रोजाना लकड़ी में ठोक रहा था उनकी संख्या भी धीरे-धीरे कम होती जा रही थी. उसे लगा की लकड़ी में कील ठोकने से आसान तो गुस्से को काबू में करना है.

अंततः वह दिन आया जब उस लड़के ने अपने गुस्से पर पूर्ण रुप से काबू पा लिया. यह बात उसने अपने पिता को बताई और उसके पिता ने सुझाव दिया कि तुम्हें अब प्रतिदिन एक एक करके सभी कीलें उस लकड़ी में से निकालनी है. यह करते हुए भी लड़के ने अपने गुस्से को काबू में रखा.

दिन गुजरते गए और अंततः उसने सारी कीलें निकाल दी. उसके पिता ने अपने बेटे का हाथ पकड़ा और उसे लकड़ी के टुकड़े के पास लेकर गए.

उन्होंने कहा- मेरे बेटे, तुमने बहुत अच्छा किया लेकिन इस लकड़ी के छेदों को देखो. अब यह लकड़ी पहले जैसे कभी नहीं हो सकती. जब तुम गुस्से में किसी को कुछ कहते हो तो वह उनके मन पर एक घाव कर देती है. जैसे कि इस लकड़ी के टुकड़े पर ये छेद है. इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि तुम कितनी बार क्षमा मांगते हो, वह घाव कभी नहीं भरते.

Moral of the Story:  हमें अपने गुस्से पर काबू रखना चाहिए और गुस्से में ऐसी कोई बात नहीं कहनी चाहिए जिसका बाद में हमें पछतावा हो जीवन में कुछ चीजों को हम कभी नहीं बदल सकते.

https://desibabu.in/wp-admin/options-general.php?page=ad-inserter.php#tab-2

आपको ये  Best Motivational Stories in Hindi कैसे लगी? हमें कमेंट  करके जरुर बताएं.