एक दिन बादशाह अकबर ने अपने मंत्रियों के सामने एक अजीब सी पहेली प्रस्तुत की.
एक लाइन खींची गई और बादशाह ने पूछा क्या आप में से कोई इस लाइन को बिना हाथ लगाए छोटा कर सकता है?
मंत्री आपस में बात करने लगे की इस रेखा को बिना हाथ लगाए कैसे छोटा कर सकते हैं? आज बादशाह को क्या हो गया है?
उसी वक्त बीरबल वहां आते हैं और कहते हैं जहांपनाह मैं यह कर सकता हूं.
बादशाह कहते हैं – ठीक है बीरबल, अब इस रेखा को छोटा करके दिखाओ.
बादशाह की खींची रेखा के समीप बीरबल एक उससे बड़ी रेखा खीच देते हैं और कहते हैं – देखा जहांपनाह आप की रेखा छोटी हो गई है.
बादशाह ने यह देखकर बहुत खुश होते हैं और कहते हैं बहुत अच्छा बीरबल. तुम्हारी बुद्धिमता पर मुझे नाज है.