हम आपके लिए लाये हैं “Achhe Vichar In Hindi” आशा करता हूँ की ये आपको जरूर पसंद आएँगी

मन ही मनुष्य को स्वर्ग या नरक में बिठा देता है | स्वर्ग या नरक में जाने की कुंजी भगवान ने हमारे हाथ में दे रखी है | – स्वामी शिवानन्द
मन का धर्म है मनन करना, मनन में ही उसे आनंद है, मनन में बाधा प्राप्त होने से उसे पीड़ा होती है | – रवीन्द्रनाथ ठाकुर
मनुष्य तो दुर्बलताओं की प्रतिमा है जिसमें देवत्व और दानवत्व दोनों का ही समावेश है | – हितोपदेश
भगवान ने मनुष्य को अपने ही समान बनाया, पर दुर्भाग्य से इन्सान ने भगवान को अपने जैसा बना डाला | – महात्मा गांधी
मानव का दानव होना उसकी हार है | मानव का महामानव होना उसका चमत्कार है और मनुष्य का मानव होना उसकी जीत है | – डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन
माँ के ममत्व की एक बूंद अमृत के समुद्र से ज्यादा मीठी है | – जयशंकर प्रसाद
तुम ये कभी मत सोचो कि आत्मा के लिए कुछ असंभव है. ऐसा सोचना तो सबसे बड़ा अधर्म है. अगर कोई पाप है, तो वो यही है; की, ये कहना तुम निर्बल हो या अन्य लोग निर्बल हैं. – स्वामी विवेकानंद
निरंतर विकास जीवन का एक नियम है, और जो भी व्यक्ति खुद को सही दिखाने के लिए अपनी रूढ़िवादिता को बरकरार रखने की कोशिश करता है वो खुद को एक गलत स्थिति में पंहुचा देता है। – महात्मा गांधी
जब तक हम खुद पे विश्वास नहीं करते तब तक हम भागवान पे विश्वास नहीं कर सकते. – स्वामी विवेकानंद
जो पुत्र पैदा ही न हुआ हो अथवा पैदा होकर मृत हो अथवा मुर्ख हो, इन तीनों में पहले दो ही बेहतर हैं, न की तीसरा, कारण यह है की प्रथम दोनों तो एक बार ही दुःख देते हैं, जबकि तीसरा पद-पद दुःखदायी होता है | – हितोपदेश