मेरी ज़िन्दगी में खुशियाँ तेरे बहाने से हैं .. आधी तुझे सताने से हैं … आधी तुझे मनाने से हैं …
उनकी चाहत में हम कुछ यूँ बंधे हैं कि वो साथ भी नहीं और हम अकेले भी नहीं…!
तू नाराज न रहा कर तुझे वास्ता है खुदा का…एक तेरा ही चेहरा खुश देख कर तो मैं अपना गम भुलाता हूँ।
एक तो सुकुन और एक तुम,कहाँ रहते हो आजकल मिलते ही नही
लोग हर बार यही पूछते हैं तुमने उसमें क्या देखा , मैं हर बार यही कहता हूँ , बेवजह होती है मोहब्बत।
ज़िन्दगी प्यारी और बहुत प्यारी है पर सिर्फ तब तक जब तक मैं तेरा और तूँ सिर्फ मेरी है।
क्या ऐसा नहीं हो सकता हम प्यार मांगे… और तुम गले लगा के कहो, “और कुछ?”
कल ही तो तौबा की मैंने शराब से.. कम्बख्त मौसम आज फिर बेईमान हो गया।
वो जो सर झुकाए बैठे हैं, हमारा दिल चुराए बैठे हैं… हमने कहा हमारा दिल लौटा दो,वो बोली- हम तो हाथो में मेहँदी लगाये बैठे हैं….
दुनियाँ में इतनी रस्में क्यों हैं, प्यार अगर ज़िंदगी है तो इसमें कसमें क्यों हैं, हमें बताता क्यों नहीं ये राज़ कोई, दिल अगर अपना है तो किसी और के बस में क्यों है
मेरे इस दिल को तुम ही रख लो,बड़ी फ़िक्र रहती है इसे तुम्हारी..!
आप से मिलकर हम कुछ बदल से गये शेर पडने लगे गुनगुनाने लगे पहले मशूहर थी अपनी संजिदगी अब तो लोगो से मिलने मिलाने लगे
जान लेने पे तुले हे दोनो मेरी..इश्क हार नही मानता..दिल बात नही मानता