Sandepp Maheshwari Biography in Hindi
संदीप माहेश्वरी भारत के सबसे तेजी से उभरते हुए चेहरो में से एक है। वो इमेजबाजार . कॉम के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी है। इस वेबसाइट पर तक़रीबन 10 लाख से भी ज्यादा तस्वीरे है जिसके लिए 11,500 छायाकार पूरे भारत में कार्य करते है। एक सफल व्यवसायी होने के साथ – साथ वो एक सफल प्ररेक वक्त भी है। वो युवाओ को प्रेरित करने के लिए मुफ्त प्रेरक सेमिनार भी करते है। संदीप महेश्वरी का जन्म 28 सितम्बर 1980 में हुआ था।
संदीप महेश्वरी ने अपनी पढाई बीच में ही छोड़ दी थी। यही वजह है की युवा उनकी निजी ज़िन्दगी के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहते है की ऐसा क्या है जिसके कारण संदीप आज इतने सफल व्यक्ति है।
उन्होंने 2000 में अपना फोटोग्राफी का व्यवसाय शुरू किया था। उन्होंने शुरू में कई जगह फ्री में काम भी किया। उन्होंने 2001 में कई मार्केटिंग कंपनियो के साथ भी काम किया। दुर्भाग्य से इनमे से किसी भी काम में वो सफल ना हो सके। इसके बाद उन्होंने 2002 अपने 3 करीबी दोस्तों के साथ मिलकर एक कम्पनी शुरू की लेकिन वो भी 6 महीने में बंद हो गयी।
प्रारंभिक समय – संदीप का परिवार एल्युमीनियम का व्यवसाय करता था, जोकि कुछ समय में ख़त्म हो गया था। इस जरूरत के समय उन्हें उनके साथ ही रहना था। संदीप ने हर नौजवान की तरह वो सब किया जो वो कर सकता था। मल्टी लेवल मार्केटिंग से लेकर घर की जरूरत का सामान बेचने तक उन्होंने सारे काम किये।
इस समय में उन्होंने अपनी रूचि का कार्य ढूंढ लिया जो की किसी भी प्रारंभिक शिक्षा से परे था। इसीलिए उन्होंने एक अच्छा विद्यार्थी बनने की बजाय कॉलेज छोड़ने का निर्णय लिया। इसके बाद उन्होंने किसी किताब को पढ़ने की बजाय ज़िन्दगी को पढ़ना शुरू किया।
मॉडलिंग की दुनिया से आकर्षित होकर उन्होंने 19 वर्ष की आयु में मॉडलिंग शुरू की। उन्होंने मॉडल्स के साथ हो रहे बुरे बर्ताव को बहुत करीब से देखा। यही उनकी ज़िन्दगी का मुख्य मोड़ बना और उन्होंने उन मॉडल्स की मदद करने का निश्चय किया। कुछ करने की आग अपने अंदर लिए हुए वो आगे बढे और मैश ऑडियो विजुअल्स प्रा लि के नाम से एक कंपनी शुरू की और मॉडल्स के फोटो खिंचने लगे।
2003 में उन्होंने 10 घंटे और 45 मिनट में 122 मॉडल्स के 10,000 से भी ज्यादा शॉट्स लिए और एक विश्व रिकॉर्ड बनाया। इस छोटी सी सफलता को पाकर वो रुके नहीं। 26 साल की उम्र में उन्होंने इमेजबाजार को शुरू किया। शुरुआत में ऑफिस का सारा काम वे खुद ही करते थे। आज इमेजबाजार भारत का सबसे बड़ा फोटो संग्रह है जिसमे 10 लाख से ज्यादा फोटो और 7000 से ज्यादा ग्राहक है।
इसी कार्य ने उनकी ज़िन्दगी बदल दी और 29 साल की उम्र में ही उन्हें भारत का जाना माना उधोगपति बना दिया। एक सफल उधोगपति होने के साथ वो आज के युवाओ के लिए एक प्रेरक और अध्यापक की तरह भी जाने जाते है।
अपने हमउम्र लोगो की तरह कार्य करने की बजाय उन्होंने कुछ नया करने की सोची। वो भेड़चाल से आगे निकले और ज़िन्दगी जीना आसान नहीं है ऐसा बोलने वालो के लिए सबक बने। उन्होंने हमेशा कहा की सफलता, अनुभव से आती है और अनुभव बुरे अनुभवो से आता है। संदीप मानते थे की आप अपना काम चाहे एक रुपये से शुरू करे या लाखो से, शुरू करना बहुत जरूरी है पर अपने पैसो से।
पुरुस्कार –
1 . 2013 के रचनात्मक उध्यमी पुरुस्कार।
2 . स्टार युथ एचीवर पुरुस्कार।
3 . पायनियर ऑफ़ टुमारो पुरुस्कार।
संदीप के जीवन का अहम हिस्सा उनके लाइफ चेंजिंग सेमिनार्स है। यह सेमिनार्स बिलकुल फ्री किये जाते है। इसी तरह संदीप सभी युवाओ को सन्देश देते है कि वे अपनी ज़िन्दगी की परेशानियों से भागे नहीं बल्कि उनका मुकाबला करे। मुकाबला करने से सब ठीक हो जाता है क्योंकि यह भी होना “ आसान है``