बल्ब के आविष्कारक की सच्ची कहानी | Thomas Alva Edison Real Story in Hindi

Thomas Alva Edison का नाम तो आपने कभी न कभी सुना ही होगा में उनका नाम इसलिए बता रहा हू thomas alva edison एक महान अमेरकी वैज्ञानिक थे उन्होंने हजार से भी ज्यादा आविष्कार किये है बिजली के बल्ब के आविष्कार ने उन्हें रातो रात प्रसद्धि के शिखर पर पहुंचा दिया इसके अलावा चलचित्र ,टेलीग्राम ,और माइक्रोफोन जैसी बहुत सारी चीजे बनायीं है सारी दुनिया ने उनकी प्रतिभा का लोहा माना है और इसकी कारण उन्हें जीनियस कह कर बुलाया जाता था

Thomas Alva Edison Real Story in Hindi
Thomas Alva Edison Real Story in Hindi

अब हम बात करते है एक घटना की उससे उनकी माँ ने उन्हें एक वैज्ञानिक बना दिया एक बार Thomas edition स्कूल से घर पहुंचे और अपनी माँ को एक चिट्टी देते हुई कहा यह चिट्टी मैडम ने दिया है और बोला है यह चिट्टी अपनी माँ को देना चिट्टी खोलते ही edition माँ के आँखों से आंसू टपकने लगे edition ने कहा की रो क्यों रही हो क्या लिखा है इस चिट्टी में माँ ने उस चिट्टी को जोर जोर से पढ़ना शुरू किया और कहा की बेटा इसमें लिखा है की आपका बेटा बहुत ही समझदार है हमारी स्कूल इस जीनियस बच्चे के हिसाब से बहुत छोटा है और हमारे यही इतने काबिल टीचर भी नहीं है जो एडिसन को उसकी बुद्धिमता के हिसाब से ज्ञान दे सके

कुछ सालो के बाद उनकी माँ की मृत्यु हो गयी तब तक एडिसन एक महान वैज्ञानिक बन चुके थे एक दिन thomas बक्से में पड़ी कुछ पुरानी चीज़ो को देख रहे थे तभी उनके हाथ में वही टीचर की चिट्टी लग गयी वो बचपन में टीचर ने माँ को देने के लिए कही थी थॉमस ने वह चिट्ठी पढ़नी शुरू की तो वो हक्के बक्के रह गये उस चिट्टी में लिखा था आपका बेटा दिमागी तोर पर  बीमार है हमारे टीचर उसे और नहीं पढ़ा सकते हम उसे स्कूल से निकल रहे है कृपया आप उसे घर पर ही पढ़ाना शुरू कर दीजिये

इस चिट्टी को पड़ने के बाद  थॉमस बहुत भावुक हो गये और उसके बाद उन्होंने एक किताब में लिखी और ज़िकर किया thomas एक मानसिक कमजोर बच्चा था जिसको उसकी माँ ने एक महान वैज्ञानिक बना दिया

दोस्तों अक्सर सच में होता है जब हम किसी इंसान को  लगातार उसकी कमियां बताते है तो वह इंसान कही न कही धीरे धीरे अपने अंदर के आत्मविश्वास को खो देता है और अपनी ताकत को नहीं पहचान पाता