उसने कहा हमसे.. हम तुम्हें बर्बाद कर देंगे. हमने मुस्कुरा के पूछा… क्या तुम भी मोहब्बत करोगे अब हमसे..??
“आ मिलकर ढूंढ ले कोई वजह फिर से एक हो जाने की यूँ बिछड़े बिछड़े ना तुम अच्छे लगते हो ना मैं |”
“प्यार किया तो उनकी महोब्बत नजर आई, दर्द हुआ तो पलके उनकी भर आई, दो दिलों की धड़कन में एक बात नज़र आई, दिल तो उनका धड़का पर आवाज इस दिल से आई ।”
बेशक खूबसूरत तो वो आज भी है,लेकिन चेहरे पर वो मुस्कान नहीं,जो हम लाया करते थे…!
हम रोए भी तो वो जान ना सके… वो उदास भी हुए हुए तो हमें खबर हो गई..
“यूही किसी की याद मे रोना फ़िज़ूल है इतने अनमोल आसू खोना फ़िज़ूल है रोना है तो उनके लिये जो हम पे निसार है उनके लिये क्या रोना जिनके आशिक़ हज़ार है !”
हर रात जान बूझकर रखता हूँ दरवाज़ा खुला…शायद कोई लुटेरा मेरा गम भी लूट ले….
हमसे भुलाया ही नहीं जाता, एक मुखलिस का प्यार;लोग जिगर वाले हैं, जो रोज नया महबूब बना लेते हैं!”
नींद भी नीलाम हो जाती है बाज़ार -ए- इश्क में,किसी को भूल कर सो जाना, आसान नहीं होता !
“समय बहाकर ले जाता है, नाम और निशां लेकिन कोई हम में रह जाता है, और किसी में हम !”
“मत पूछ कैसे गुजरे दिन कैसी बीते रात बहोत तनहा जिए है, हम तुझसे बिछड़ने के बाद |”
“हालात ने तोड़ दिया हमें कच्चे धागे की तरह, वरना हमारे वादे भी कभी ज़ंजीर हुआ करते थे ।”