“तुझे तो हमारी मोहब्बत ने मशहूर कर दिया बेवफ़ा वरना तू सुर्खियों में रहे, तेरी इतनी औकात नहीं!”
“हमने सोचा था की बताएँगे उन को दुःख दर्द अपना उसने तो इतना भी नहीं पूछा की उदास क्यों हो |”
नाकाम मोहबत्त भी बड़े काम की होती है ,दिल मिले ना मिले इलज़ाम जरुर मिल जाता है।।
“है कोई वकील इस जहान में, जो हारा हुआ इश्क जीता दे मुझको |”
“क्यों बहाने करते थे मुझसे रूठ जाने के, कह देते दिल में जगह नहीं है तेरे लिए |”
दिल तो करता हैं की रूठ जाऊँ कभी बच्चों की तरह फिर सोचता हूँ कि मनाएगा कौन….?
“ना मुस्कुराने को जी चाहता है, ना आंसू बहाने को जी चाहता है, लिखूं तो क्या लिखूं तेरी याद में बस तेरे पास लौट आने को जी चाहता है ।”
सिर्फ तूने ही कभी मुझको अपना न समझा ,जमाना तो आज भी मुझे तेरा दीवाना कहता है
“शब्दों से ही लोगों के दिलों पे राज किया जाता है, चेहरे का क्या वो तो किसी भी हादसे से बदल सकता है.”
शर्मिंदा करते हो रोज, हाल हमारा पूँछ कर ,हाल हमारा वही है जो तुमने बना रखा है…
मेरे क़दमों में पूरी कायनात भी रख दी गई थी ए बेवफा हमने तब भी तुम्हारी यादों का सौदा नहीं किया।”
दिल से खेलना तो हमे भी आता है… लेकिन जिस खैल मे खिलौना टुट जाए वो खेल हमे पसंद नही..