अपनी तो ज़िन्दगी ही अजीब कहानी है.. जिस चीज़ को चाहा वो ही बेगानी है… हँसते है तो सिर्फ दोस्तों को हसाने के लिए … वरना इन आँखों में में पानी ही पानी है…
बेशक तू बदल ले अपने आपको लेकिन ये याद रखना.. तेरे हर झूठ को सच मेरे सिवा कोई नही समझ सकता…!
“बदलेंगे नहीं ज़ज़्बात मेरे तारीखों की तरह बेपनाह इश्क़ करने की ख्वाहिश उम्र भर रहेगी |”
“वो हमेशा कहते थे हमसे तुम्हें अपना बना के छोडेंगे कितना सही था अपना भी बनाया और छोड भी दिया |”
तेरे रोने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता ऐ दिल..जिनके चाहने वाले ज्यादा हो..वो अक्सर बे दर्द हुआ करते हैं
“न, मोहब्बत का कोई क़ुसूर नहीं, उसे तो मुझसे रूठना ही था दिल मेरा शीशे सा साफ़, और शीशे का अंजाम तो टूटना ही था !”
टूट जायेंगी उसकी “ज़िद” की आदत उस वक़्त…जब मिलेगी ख़बर उनको की याद करने वाला अब याद बन गया है…
“मैं तुमसे अब कुछ नहीं माँगता ए ख़ुदा, तेरी देकर छीन लेने की आदत मुझे मंज़ूर नहीं |”
“प्यार इंसान को इतना मजबूत कर देता है, के वो दुनिया से जीत सकता है, पर इतना कमजोर भी के वो उस एक शख्स से हार जाता है |”
“दिल में है जो दर्द वो किसे बताएं हँसते हुए ज़ख्म किसे दिखाएँ. कहती है, ये दुनिया हमे खुशनसीब मगर नसीब की दास्तान किसे सुनाएँ |”
चलते रहेंगे क़ाफ़िले मेरे बग़ैर भी यहाँ.एक तारा टूट जाने से, फ़लक़ सूना नहीं होता
“हमको खबर भी होने नही दी किस मोड़ पर लाकर दिल तुने तोड़ा अपना बनाना रहा दूर तुने औरो के हो जाए ऐसा ना छोड़ा ।”